Saturday, April 11, 2009

शाही टुकडा

 
सामग्री
४-५ ब्रेड के टुकड़े
१ कप शक्कर
२ कप दूध
केसर
तलने के लिए असली घी
सूखे मेवे (बादाम, पिस्ता आदि) सजाने के लिए

विधि
ब्रेड को तिकोने टुकडों में काट लें. एक गहरे बर्तन में दूध और शक्कर उबालें. इसमें केसर डालें और १५-२० मिनट तक हलकी आंच में उबालें. अब ये कुछ कुछ रबड़ी जैसा लगने लगेगा.

एक बर्तन में घी गरम करें और ब्रेड के टुकडो को हल्का सुनहरा होने तक तल लें और एक प्लेट में निकाल लें.

अब इन ब्रेड के टुकडों पर ढूध का मिश्रण डालें, मेवों से इसे सजाये और ठंडा होने के लिए फ्रिज में रख दें.

….अब चिल्ड शाही टुकडों का आनंद लीजिये.

17 comments:

विवेक रस्तोगी said...

अच्छा है जारी रखियेगा ये मिठास ।

वन्दना अवस्थी दुबे said...

बहुत बढिया....शुभकामनायें..आपके व्यंजनों की शानदार स्वादिष्ट तस्वीरें देख कर मुंह में पानी आ गया.

डॉ.भूपेन्द्र कुमार सिंह said...

very good effort ,we must say thanks for it .
regards
dr.bhoopendra

डॉ.भूपेन्द्र कुमार सिंह said...

very good effort, must be praised ,its a tasty effort no doubt.
Such efforts must be praised.
with regards
dr.bhoopendra

gazalkbahane said...

खूब !जल्द ही तैयार हो जाएगा।अब कोई नमकीन डिश-शाकाहारी हो जाए
ब्लॉग जगत पर स्वागत है।वैसे आमतौर पर लोग ब्लॉगिंग केवल अपनी भडास निकालने हेतु ही करते हैं,लेकिन कुछ अलग भी होते हैं जैसे आप
लगे रहें लोग आएंगे
कविता या गज़ल में रुचि हो तो मेरे ब्लॉग पर आएं
http://gazalkbahane.blogspot.com/ कम से कम दो गज़ल [वज्न सहित] हर सप्ताह
http:/katha-kavita.blogspot.com/ दो छंद मुक्त कविता हर सप्ताह कभी-कभी लघु-कथा या कथा का छौंक भी मिलेगा
सस्नेह
श्यामसखा‘श्याम’

paro said...
This comment has been removed by the author.
Pradeep Kumar said...

blog jagat main swaagat !
kuchh hatkar magar achchhi koshish hai . yoon to main house maker nahi hoon magar khaana pakaane ka thoda bahut shouk hai ya fir aap ise zaroorat bhi keh sakti hain. anyway likhnaa jaari rakhiye . ham jaison ka bhi kuchh bhalaa ho jaayega .ek baar fir shukriya

डॉ.भूपेन्द्र कुमार सिंह said...

Very good blog in approach and presentation .
My best wishes and regards for Lavija blog and this one
Regards
Dr.Bhoopendra

mastkalandr said...

सबा अकबर जी.., बहुत ही स्वाद वाला रसीला शाही टुकडा शानदार है ..,पर मीठा ज्यादा है...,
चीनी थोडी काम करिए ..
सरल और सस्ती रबडी बनाने का बेहतर है ,
गरीब भी शाही पकवान का मज़ा लेसकता है .
मेरी होबी है अच्छे अच्छे पकवान बनाने की ,और मुझे बहुत शुकून मिलता है ,अपनों को, दोस्तों को खिलने में .., और कूछ नई नई विधियां बताते रहिएगा ..,ब्लॉग के लिए मेरी शुभकामनाये स्वीकार करें ..,मक्

परमजीत सिहँ बाली said...

आप का ब्लोग जगत में स्वागत है।

कृष्णमोहन, said...

वाह,क्या बात है!बिल्कुल अलग जायका है आपके ब्लॉग का।
इसे जारी रखें।

RC Mishra said...

बिल्कुल ट्राइ करेंगे, अभी नही तो अगले हफ़्ते जरूर से!

हिन्दीवाणी said...

शाही टुकड़ा पर यह लेख पढ़ता जा रहा था और अपनी अम्मी को याद करता जा रहा था। बहुत शानदार शाही टुकड़े बनाया करती थीं। अभी लखनऊ जब एक शादी में इसी महीने गया तो वहां भी शाही टुकड़ा था। खाना खाने से पहले मैंने शाही टुकड़ा खाया। बहुत शानदार ब्लॉग है आपका और आपने माशाअल्लाह बड़ी मेहनत की है। वक्त निकालकर मेरे ब्लॉग पर जरूर आइएगा।

RAJIV MAHESHWARI said...

ब्लॉग की साज -सज्जा काबेले तारीफ़ है.
लिखेते रहिएगा........

राजीव महेश्वरी

दिल दुखता है... said...

हिन्दी ब्लॉग की दुनिया में आपका तहेदिल से स्वागत है....

mark rai said...

मै ऐसे भारत के लिए कोशिश करूँगा जिसमे उच्च और निम्न वर्गों का भेद नही होगा । ऐसे भारत में अस्पृश्यता का कोई अस्तित्व नही होगा । शराब और दूसरी नशीली चीजों के अभिशाप के लिए कोई स्थान नही होगा ...... उसमे महिलाओं को वही अधिकार होगे जो पुरुषों को होगे । न तो हम किसी का शोषण करेगे और न ही अपना शोषण होने देगे...
swagat hai aapka ...

shama said...

Bohot khoob! Swagat aur anek shubhkamnayen!
Shama